एक कंप्यूटर सिस्टम अपने आसपास के वातावरण (Environment) से बातचीत करने के लिए कंप्यूटर पेरीफेरल्स (peripherals) या इनपुट / आउटपुट डिवाइस (Input / Output Device) का उपयोग करता है। कंप्यूटर पेरीफेरल्स (Peripherals) को मोटे तौर पर तीन श्रेणियों इनपुट डिवाइस (Input Device), आउटपुट डिवाइस (Output Device) और इनपुट / आउटपुट डिवाइस (Input / Output Device) में विभाजित किया जा सकता है।
डेस्कटॉप (Desktop ) / लैपटॉप (Laptop) को "ON" बटन दबाकर शुरू किया जा सकता है। आम तौर पर डेस्कटॉप / लैपटॉप में अगले हिस्से पर एक पॉवर (ON / OFF) बटन होता है। अपने कंप्यूटर को शुरूकरने के लिए इन चरणों (Steps) का पालन करें:
कंप्यूटर पर 'ON/ऑन' बटन ढूंढे, यह नीचे चित्र में दिखाए अनुसार दिख सकता है ( लेकिन वर्ग (Square) या आयताकार (Rectangular) भी हो सकता है):
यदि आप अपने कंप्यूटर के एकमात्र उपयोगकर्ता / यूजर (User) हैं, तो इसके शुरू(ON) होने पर सीधे डेस्कटॉप पर पंहुच सकते है:
जब आप अपने नाम के ऊपर स्थित आइकन (Icon) पर क्लिक करेंगे, तो आपको एक पासवर्ड (Password ) के लिए कहा जाएगा आरंभ ( Start ) करने से पहले मुख्य उपयोगकर्ता (User) या व्यवस्थापक (Administrator) को आपके लिए इसे सेट करना चाहिए अपने पासवर्ड को टाइप करें और तीर (Arrow) पर क्लिक करें
चित्र 2.6 कंप्यूटर डेस्कटॉप पर पासवर्ड स्क्रीन (Password Screen on Computer Desktop)
2.2 कंप्यूटर सिस्टम के प्रमुख घटक (Major Components of a Computer System) 2.2.1 कंप्यूटर सिस्टम परिभाषा (Computer System Definition ) कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ( Electronic Device) है। कंप्यूटर ऐसे उपकरणों (Devices) से बने होते हैं, जो डेटा कों इनपुट (Input) करते है, प्रोसेस (Process) करते है एवं संग्रहीत (Store) करते है और इच्छित स्वरूप (Desired Format) में परिणाम देते है। डेटा का मतलब रॉ फैक्ट्स एंड फिगर्स (Raw Facts & Figures ) है । डेटा एक इनपुट डिवाइस (Input Device) के माध्यम से जैसे की कीबोर्ड के माध्यम से, जैसे की कीबोर्ड (Keyboard), से कंप्यूटर में इनपुट किया जाता है और कंप्यूटर की मेमोरी (Memory) में संग्रहीत (Stored) किया जाता है। इसके बाद यह दिए गए निर्देशों के सेट के अनुसार कार्य (Process) करता है | कंप्यूटर परिणाम को आउटपुट डिवाइस के माध्यम से, जैसे की मोनिटर (Monitor) प्रदर्शित करता है । कंप्यूटर डेटा संसाधित (Process) करता है और सूचना का उत्पादन (Information Production) करता है। कंप्यूटर केवल विद्युत संकेतों (Electrical Signal) जैसे की ON और OFF, को ही समझ सकते हैं जहाँ ON का मतलब सर्किट ON है एवं OFF का मतलब सर्किट OFF है
(Binary Signals).
चित्र 2.7 सूचना प्रणाली के घटक (Component of an Information System)
कंप्यूटर एक सूचना प्रणाली ( Information System ) का हिस्सा है। सूचना प्रणाली के पांच भाग है – डेटा (data), हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, प्रोसीजर (Procedure) एवं लोग (People):
लोग (People) : पीपल या लोग सूचना प्रणाली के पांच भागों में से एक है | कंप्यूटर के द्वारा लोगों को अधिक उत्पादक और प्रभावी (More Productive and Effective) बनाया जा सकता है । प्रोसीजर (Procedure): यह वे नियम या दिशा निर्देशों है जोकि लोग सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर एवं डाटा का उपयोग करते समय करते है। इन प्रक्रियाओं को आमतौर पर कंप्यूटर विशेषज्ञों ( Experts) द्वारा लिखा गया हैं । सॉफ्टवेयर (Software): एक प्रोग्राम (program) दिशा निर्देशों का सेट होता है और कंप्यूटर को निर्देशित करता है की स्टेप बाय स्टेप कैसे कार्य करना है। प्रोग्राम या सेट ऑफ़ प्रोग्राम्स का दूसरा नाम सॉफ्टवेयर है । (set of programs)हार्डवेयर (Hardware): हार्डवेयर सॉफ्टवेयर द्वारा नियंत्रित किया जाता है । वह उपकरण जो डेटा को प्रोसेस कर सुचना में बदल देता है | इनमे कीबोर्ड माउस, मॉनिटर प्रणाली इकाई, और अन्य , उपकरण शामिल हैं। ,डेटा (Data): कच्चे (Raw), असंसाधित तथ्यों (Unprocessed Facts), जैसे कि पाठ (Text), संख्या (Numbers), इमेज (Image) और ध्वनियों (Sound) को डेटा कहा जाता है। प्रसंस्कृत (Processed) डेटा से जानकारी अर्जित करते है।
2.2.2 कंप्यूटर सिस्टम के प्रमुख घटक (Major Component of a Computer System) 2.2.2.1 हार्डवेयर घटक (Hardware Components ) यह एक सामान्य शब्द है जो कंप्यूटर सिस्टम के किसी भी घटक जिसकी भौतिक उपस्थिति (physical presence) हो और (component), जिसे देखा और छुआ जा सकता है, का वर्णन (describe) करने के लिए किया जाता है ।
हार्डवेयर घटकों (Component ) को अक्सर इनपुट, आउटपुट, स्टोरेज या प्रसंस्करण घटकों (processing components) के रूपमें वर्गीकृत किया जाता है । जो डिवाइस CPU के एक अभिन्न अंग नहीं हैं, उन्हें बाह्य उपकरणों (External Devices, peripherals) के रूपमें जाना जाता है । पेरिफेरल्स (Peripherals) आमतौर पर इनपुट, स्टोरेज या आउटपुट (जैसे हार्ड डिस्क (Hard Disk), कीबोर्ड (Keyboard) या प्रिंटर (printer)) के लिए उपयोग किया जाता है। सीपीयू (CPU) के रूप में एक उपकरण (Device) को एक ही भौतिक बॉक्स (Physical Box) के बाहर होना जरूरी नहीं है। इस का सबसे अच्छा उदाहरण हार्ड डिस्क (Hard Disc) है, जो पेरिफेरल (peripheral) है, हालांकि यह आमतौर पर मुख्य केस (Main Case) के अंदर नहीं रखी जाती है ।
आम तौर पर एक कंप्यूटर में, प्रोसेसर (Processor), मेन एंड सेकंडरी मेमोरी (Main & Secondary Memory ), पावर सप्लाई (Power Supply) और सहायक हार्डवेयर (Supporting Hardware) को एक धातु के केस (MetalCase ) में रखा जाता है। इनमें से अधिकांश घटक (Component) कंप्यूटर के मुख्य सर्किट बोर्ड (Circuit Board) से जुड़े होते हैं, जिन्हें मदरबोर्ड (Motherboard) कहा जाता है। बिजली की आपूर्ति ज्यादातर घटकों (Component) के लिए बिजली आपूर्ति घटक (Power Supply Component) करती है। सभी बाह्य उपकरण जैसे कि कीबोर्ड (Keyboard), (peripherals) मॉनिटर (Monitor) आदि से केस के पीछे कनेक्टर्स (Connectors) के माध्यम से जुड़े होते हैं ।
कंप्यूटर सिस्टम के प्रमुख हार्डवेयर घटक (Component) हैं:
प्रोसेसर (Processor) इनपुट डिवाइस (Input Device) आउटपुट डिवाइस (Output Device) मेन मेमोरी (Main Memory) सेकेंडरी मेमोरी ( Secondary Memory)
प्रोसेसर एक इलेक्ट्रानिक डिवाइस (Electronic Device) है जो सिलिकॉन वर्ग (Silicon Squares) का बना होता है एवं एक सिलिकॉन वर्ग (Silicon Square) लाखों छोटे विद्युत भागों (Electricals part) का बना होता है। एक प्रोसेसर (Processor) में अरबों (Billions) ट्रांजिस्टर (Transistors) हो सकते हैं । यह सिस्टम के भीतर मौलिक कंप्यूटिंग के (Fundamental Computing) करता है, और सीधे या परोक्ष (Indirect ) रूपसे अन्य सभी घटकों (Component ) को नियंत्रित करता है । प्रोसेसर (Processor) को कभी-कभी केन्द्रीय प्रोसेसिंग यूनिट या सीपीयू (Central Processing Unit or CPU) भी कहा जाता है। एक कंप्यूटर में एक विशेष प्रकार का प्रोसेसर (Processor) होता है, जैसे कि पेंटियम (Pentium), इंटेल कोर (Intel Core i3 / i5 / 17 ), एक्सऑन (Xeon ) - या स्पार्क प्रोसेसर (SPARC Processor) |
2.2.2.2 सॉफ्टवेयर घटक (Software Components ) कंप्यूटर सिस्टम के सॉफ़्टवेयर घटक (Softwware Component) की कोई भौतिक उपस्थिति (Physical Presence) नहीं होती है; वे डिजिटल मेमोरी (Digital Memory) में डिजिटल रूप (Digital Form) में संग्रहीत (Stored) होते हैं ये डेटा (Data) और कंप्यूटर प्रोग्राम (Computer Program) हैं। कंप्यूटर प्रोग्राम | (Computer Program) प्रोसेसर (Processor) प्रोग्राम के लिए निर्देश (Instructions) हैं, जबकि डाटा (Data) एक ( Program) की जरूरत है | डेटा कई तरह के हो सकते है जैसे अल्फाबेटिक डेटा (Character Data), संख्यात्मक डेटा (Numeric Data), Images, Audio डेटा आदि ।
2.3 इनपुट डिवाईसेज़ (Input Devices) 2.3.1 कीबोर्ड (Keyboard) कंप्यूटर कीबोर्ड (Computer Keyboard) सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले इनपुट डिवाइस में से एक है जिसके द्वारा संख्या (numbers), अक्षर (alphabets) और विशेष करक्टेर (special characters) को कंप्यूटर में इनपुट किया जाता है | Keyboard का उपयोग कंप्यूटर को किसी विशेष कार्य आदेशित करने के लिये भी किया जा सकता है । एक कीबोर्ड alphabetic एवं numeric keys होती है जिसका उपयोग टेक्स्ट एवं न्यूमेरिक डाटा को इनपुट करने के लिये किया जाता है | कीबोर्ड पर कई तरह की एडिटिंग कीज़ (editing keys) एवं फ़ंक्शन कीज़ (function keys) होती हैं जो सीधे फंक्शन को शुरू करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं । Caps Lock/Num Lock/Scroll Lock key को टॉगल key कहा जाता है जो किसी विशेष फीचर को ON / OFF करने के लिये इस्तेमाल होती है । Ctrl / Alt key को कॉम्बिनेशन (Combination Keys) भी कहा जाता है क्यों की यह दूसरी keys के साथ कॉम्बिनेशन (साथ में) में प्रयोग में ली जाती है | अधिकांश कीबोर्ड नंबर्स इनपुट करने के लिए अलग संख्यात्मक पैड / अनुभाग (numeric keypad) के साथ आते हैं।
चित्र 2.8 कीबोर्ड (Keyboard)
2.3.2 पॉइंटिंग डिवाइस (Pointing Device) ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUIs), जो कि बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाते हैं, में स्क्रीन पर कर्सर (Cursor) की स्थिति बताने के लिए पोइंटिंग डिवाइस (Pointing Device) की आवश्यकता होती है । पॉइंटिंग डिवाइसेज़ निम्न प्रकार से हैं, जैसे : माउस (Mouse), ट्रैकबॉल (Trackball), टच पैड (Touch Pad), ट्रैक बिंदु (Track Point), ग्राफ़िक्स टैबलेट (Graphics Tablet), जोयस्टिक (Joystick) एवं टच स्क्रीन (Touch Screen) | अधिकतर पॉइंटिंग डिवाइसेज़ (Pointing Devices) कंप्यूटर से एक यूएसबी (USB) पोर्ट के माध्यम से जुड़े होते हैं |
2.3.2.1 माउस (Mouse ) माउस सबसे लोकप्रिय पॉइंटिंग डिवाइस (Pointing Devices) है जो यूजर (User) एक हाथ के साथ कार्य (मूव ) करता है। पुराने माउस में उसके तल (Bottom) में एक बॉल (Ball) होती थी जो की माउस के निचले भाग की सतह पर होती थी। उसमे आंतरिक रोलर्स बॉल (Internal Rollers Ball) के मूवमेंट को सेंस (Sense) करके माउस कोर्ड (Cable) के माध्यम से कंप्यूटर को संचारित (Communicate) करते थे | आजकल ऑप्टिकल माउस (Optical Mouse ) का प्रचलन है जिसमे रोलिंग बॉल (Rolling Ball) का उपयोग नहीं किया जाता है बल्कि इसके स्थान पर एक प्रकाश (Light) और छोटे सेंसर (Small Sensors) का उपयोग किया जाता है, जो मेज की सतह के एक बहुत छोटे से भाग से माउस की मूवमेंट (Movement) का पता लगाने के लिए इस्तेमाल होता है । यह तार रहित या वायरलेस माउस (Wireless Mouse) रेडियो तरंगों ( Radio Waves) के माध्यम से से कंप्यूटर के साथ संचार (Communication) बनाए रखता है।
चित्र 2.9 – माउस (Mouse )
माउस में स्क्रॉल व्हील्स (Scroll Wheels) भी हो सकते है जो कि जीयूआई (GUI) के साथ काम करने में सहायक सिद्ध हो सकते है। पारंपरिक पीसी माउस (Traditional PC Mouse ) में दो बटन होते है जबकि मैकिनटोश माउस (Macintosh Mouse) में एक ही बटन होता है।
2.3.2.2 टच-पैड ( Touch Pad) आजकल अधिकांश लैपटॉप कंप्यूटर्स में एक टच-पैड (Touch Pad) पॉइंटिंग डिवाइस होती है। यूजर टच-पैड की सतह पर उंगली को फिराकर या फिसला कर स्क्रीन पर कर्सर (Cursor) को एक जगह से दूसरी जगह मूव ( move) करते हैं | लेफ्ट एवं राईट क्लिक बटन (Left or Right Click Button) पैड के नीचे स्थित होते हैं | टच-पैड इस्तेमाल करने के लिये माउस कि अपेक्षा बहुत कम जगह कि जरुरत पड़ती है और इनमें कोई चलित भाग (Moving Part) भी नहीं होता है
चित्र 2.10 - टच पैड ( Touch Pad )
2.3.2.3 ट्रेक पॉइंट (TrackPoint) आईबीएम थिंक पैड (IBM Think Pad) जिसमें टच पैड (Touch Pad) के लिए भी जगह नहीं होती है, के अंदर प्राय: एक ट्रैक पॉइंट (Track Point) होता है जो कि एक छोटी रबर प्रोजेक्शन (Rubber Projection) की बोर्ड की keys के बीच एम्बेडेड (Embedded) होता है। ट्रेक पॉइंट एक छोटे जोयस्टिक (Joystick) की तरह कार्य करता है | इसे कर्सर (Cursor) की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
2.3.2.4 ट्रैकबॉल (TrackBall) ट्रैकबॉल (Trackball) भी एक माउस (Mouse) की तरह ही होता है, जिसमें बॉल शीर्ष (Top) पर स्थित होती है। हम ट्रैकबॉल को रोल (Roll) करने के लिए उंगलियों का उपयोग करते हैं और आंतरिक रोलर्स (Internal Rollers) इस मूवमेंट (Movement) को सेंस (Sense) करके निर्देशों को कंप्यूटर तक पहुंचाते हैं। ट्रैकबॉल डेस्क पर स्थिर बनी रहती है, और इसकी वजह से हमें ट्रैकबॉल का उपयोग करने के लिए बहुत ज्यादा जगह की जरूरत भी नहीं होती है। आजकल ऐसे ऑप्टिकल ट्रैकबॉल (Optical Trackball) उपलब्ध हैं जिनमें रोलर्स (Rollers) की जरूरतनहीं होती है है और व्हील्स (Wheels) के गंदे होने की भी कोई समस्या नहीं होती है ।
2.3.2.5 जॉयस्टिक्स (Joystick) जॉयस्टिक्स (Joystick) और दूसरे गेम नियंत्रक (Game Controllers) भी पॉइंटिंग डिवाइस (Pointing Device) के रूपमें कंप्यूटर से जोड़े जा सकते हैं। वे आम तौर पर कंप्यूटर आधारित गेम्स खेलने के लिए उपयोग किए जाते हैं ।
चित्र 2.11 - जॉय स्टिक्स (Joy Sticks)
2.3.3 ग्राफिक्स टैबलेट (Graphics Tablet) ग्राफ़िक्स टैबलेट (Graphics Tablet ) में इलेक्ट्रॉनिक लेखन क्षेत्र (Electronic Writing Area) होता है जिसमे स्पेशल पेन ( Special Pen) को यूज़ (Use) किया जाता है | ग्राफ़िक्स टैबलेट के ग्राफिकल इमेजेज (Graphical Images) (मोशन सहित/With Motion) बना सकता है जैसा की परंपरागत ड्राइंग डिवाइस (Traditional Drawing Device) में किया जाता है । ग्राफिक्स टेबलेट का पेन दबाव के प्रति संवेदनशील (Pressure Sensitive) होता है, जिसके परिणाम स्वरूप ज्यादा या कम दबाव पड़ने पर वो अलग अलग चौड़ाई के ब्रश स्ट्रोक (Bursh Stroke) प्रदान करता है ।
चित्र 2.12 - ग्राफ़िक्स टेबलेट (Graphics Tablet)
2.3.4 स्कैनर (Scanner) एक स्कैनर (Scanner) मुद्रित पृष्ठ ( Printer Page) या ग्राफ़िक (Graphics) का डिजिटलीकरण (Digitalisation) करता है, उसको छोटे छोटे पिक्सल्स (Pixels) वाली इमेज (Image) (अलग अलग ब्राइटनेस (Brightness) एवं कलर (Colour) के साथ) में परिवर्तित करके कंप्यूटर को संचारित (Transmit) करता है।
चित्र 2.13 – स्कैनर (Scanner)
यह लेजर तकनीक (Laser Technique) का उपयोग करके प्रिंटेड इनफार्मेशन (Printed Information ) को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट (Electronic Format) में परिवर्तित करता है । स्कैनर किसी भी तरह की इनफार्मेशन को स्कैन (Scan) कर सकता है जैसे हाथ से लिखा हुआ इमेज (Image), टेक्स्ट (Text), चित्र (Diagrams), प्रिंटेड पेज (Printed Page) आदि । एक बार स्कैन होने के बाद स्कैन्ड इनफार्मेशन (Scanned Information ) को कंप्यूटर में स्टोर (Store) किया जा सकता है या फिर प्रिंटर (Printer) के द्वारा प्रिंट (Print) किया जा सकता है |
2.3.5 मिडी डिवाइस (Midi Devices) मिडी (MIDI) (Musical Instrument Digital Interface - संगीत यंत्र डिजिटल इंटरफ़ेस) एक प्रणाली है जो इलेक्ट्रॉनिक संगीत वाद्य यंत्र (Electronic Musical Instruments ) के बीच सूचना प्रसारित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनके द्वारा मिडी कीबोर्ड को कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है और एक कलाकार कंप्यूटर सिस्टम द्वारा कैप्चर (Capture ) किये गए संगीत (जो की एक समय क्रम में संगीत बद्ध किया गया है) को प्ले (Play) कर सकता है
2.3.6 मैग्नेटिक इंक करैक्टर रेकोग्निशन (Magnetic Ink Character Recognition) मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रेकोग्निशन कोड (MICR Code) एक करैक्टर (Character) पहचाने की तकनीक है जो मुख्य रूपसे बैंकिंग उद्योग द्वारा प्रोसेसिंग (Processing) को कम करने तथा चेक (Cheque) और अन्य दस्तावेजों की क्लीयरिंग (Clearing) में काम आता है। यह एमआईसीआर कोड करैक्टर (MICR Code) को डिजिटल डाटा (Digital (Character ) Data) में बदल देता है जो कंप्यूटर समझ सकता है |
2.3.7 ऑप्टिकल मार्क रिडर (Optical Mark Reader or OMR) यह एक विशेष स्कैनर (Scanner) है जो पेंसिल या पेन द्वारा किए गए निशान के एक पूर्व निर्धारित प्रकार (Pre Defined Type) की पहचान करने के लिए उपयोग होता है। सबसे आम उदाहरण परीक्षाओं में प्रयोग किये जाने वाली उत्तर पुस्तिका, ओएमआर उत्तर पुस्तिका (OMR Answer Sheets) को स्कैन कर आउटपुट (Output) के रूपमें परिणाम का उत्पादन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। ओएमआर सर्वेक्षण (Survey), चुनाव (Polls) और परीक्षणों ( Tests) में भी प्रयोग किया जाता है।
2.3.8 ऑप्टिकल करैक्टर रेकोग्निशन (Optical Character Recognition or OCR) ऑप्टिकल कैरेक्टर रेकोग्निशन (Optical Character Reader or ओसीआर) मशीन एनकोडेड फॉर्म (Machine Encoded Form) में इमेजेज (Typed), प्रिंटेड या हस्तलिखित टेक्स्ट (Printed or Handwritten Text) का इलेक्ट्रॉनिक रूपांतरण (Electronic Conversion) करता है | यह व्यापक रूप (Widely) से स्वचालित (Automated) डाटा एंट्री (Data Entry) के लिये इस्तेमाल किया जाता है जैसे OCR यूज़ करके प्रिंटेड पेपर डाटा रिकार्ड्स, पासपोर्ट दस्तावेजों, बैंक चालान, बैंक स्टेटमेंट, कम्प्यूटरीकृत रसीदें, बिज़नस कार्ड, मेल आदि के डाटा को स्कैन करके डिजिटल फॉर्म (Digital Form) में परिवर्तित कर सकते है | यह प्रिंटेड टेक्स्ट्स को डिजिटाइज़ (Digitize) करने का सबसे आम तरीका है जिससे यह डाटा इलेक्ट्रॉनिक रूप से एडिट (Edit), सर्च (Search), ऑनलाइन डिस्प्ले ( Online Display) किया जा सकता है और इसके बाद इसको मशीन प्रक्रियाओं जैसे मशीन अनुवाद ( Translation), टेक्स्ट का स्पीच में परिवर्तन (Text-to-Speech) और पाठ खनन (text mining) में उपयोग कर सकते है।
2.3.9 बार कोड रीडर (Bar Code Reader) बार कोड (Bar Code) एक वस्तु (Object) को मशीन द्वारा विशिष्ट रूप से पहचानने का एक तरीका है । हर एक ऑब्जेक्ट को विशिष्ट रूप से पहचानने के लिये एक कोड (Code) दिया जाता है जिसे एक मशीन के द्वारा पढ़ा जा सकता है | मूल रूपसे बारकोड (Barcode) को समानांतर (Parallel) लाइनों के बीच की दूरी (Space) एवं उनकी चौड़ाई (Width) में अंतर कर के विशिष्टता (Represention) दी जाती थी लेकिन बाद में दो आयामों ( 2 D) में आयत, डॉट्स (Dots), षट्कोण (Hexagone) और अन्य ज्यामितीय आकारों (Geometric Patterns) में विकसित हुआ | ये विशेष रूपसे शॉपिंग मॉल एवं डिपार्टमेंटल स्टोर में क्विक बिलिंग (Quick Billing) और सूची प्रबंधन (Inventory Management) के लिए उपयोग किया जाता है। एक विशेष हैंडहेल्ड डिवाइस (Handheld Device) (बार कोड रीडर) जो की एक कंप्यूटर / टर्मिनल (Termminal) से जुड़ा होता, को बार कोड पढ़ने (Read) और आइटम की पहचान करने के लिये इस्तेमाल किया जाता है |
2.3.10 स्पीच रिकग्निशन डिवाइस ( Speech Recognition Device) माइक्रोफोन (Microphone) एक इनपुट डिवाइस है जिसका इस्तेमाल ऑडियो डेटा (Audio Data) को कंप्यूटर में इनपुट (Input) के लिए किया जाता है। यह एक वायर (Wire) के द्वारा कम्प्यूटर से जुड़ा होता है जिसमें एक माउथपीस (Mouthpiece) जैसी डिवाइस को ऑडियो कैप्चर (Audio Capture) करने के लिये उपयोग किया जाता है
2.3.11 वेबकैम (Webcam) यह कंप्यूटर से जुड़ा डिजिटल कैमरा (Digital Camera) है और कंप्यूटर के माध्यम से कंप्यूटर नेटवर्क में इमेजेज (Images)/ वीडियो (Video) को कैप्चर (Capture ) करके कंप्यूटर में फीड (Feed) करने में काम आता है | डिजिटल कैमरा इनपुट वस्तु (Item) पर फोकस (Focus) कर के पिक्चर (Picture ) लेता है और उसको डिजिटल रूपमें परिवर्तित (Convert) करता है जिससे उसे कंप्यूटर में स्टोर (Store) किया जा सके |
2.4 आउटपुट डिवाइस (Output Device) 2.4.1 मॉनिटर (Monitor) आउटपुट की सॉफ्ट कॉपी (Soft Copy) को डिस्प्ले करने के लिए सबसे लोकप्रिय डिवाइस एक मॉनिटर (Monitor) है | यूजर (User) मॉनिटर के द्वारा आउटपुट को स्क्रीन ( Screen ) पर देख / पढ़ सकता है |
2.4.1.1 CRT मोनिटर (CRT Monitor) CRT मोनिटर एक परम्परागत Device) रहा है। ये एक एक टीवी आउटपुट डिवाईस (Traditional Output (TV) के समान होता है| एक CRT मॉनिटर एक बड़ी कैथोड रे ट्यूब ( Cathode Ray Tube) होती है जो कि अलग अलग पॉवर की इलेक्ट्रॉन बीम (Electron Beam) का उपयोग करके स्क्रीन (Screen) के ऊपर पिक्चर बनाती है। मॉनिटर स्क्रीन का आकार विकर्ण (diagonally) रूपमें इंच में मापा जाता है। मॉनिटर का रिज़ॉल्यूशन (Resolution) पिक्सल्स (Pixels) में मापा जाता है, एक मॉनिटर कितने पिक्सल्स स्क्रीन पर होरीज़ोंटेली (Horizontally) एवं वर्टिकली (Vertically) प्रदर्शित (Display) कर सकता है, ये उसका रिज़ॉल्यूशन कहलाता है, उदाहरण के तौर पर 800X600, 1024X768 आदि । पिक्सल बहुत ही छोटे डॉट्स (Small Dots) से बने होते हैं, जिन्हें मिला कर किसी भी इमेज को स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जा सकता है। स्क्रीन पर डॉट्स के बीच की रिक्त जगह को डॉट पिच (Dot Pitch) कहा जाता है। एक स्क्रीन में जितने छोटे डॉट पिच (Dot Pitch) होंगे उस स्क्रीन पर पिक्चर की क्वालिटी (Quality) उतनी ही बेहतर होगी ।
चित्र 2.14 CRT मॉनिटर (CRT Monitor)
2.4.1.2 फ्लेट पैनल मोनिटर (Flat Panel Monitor) एक फ्लैट पैनल मॉनिटर (Flat Panel Monitor) आम तौर पर कंप्यूटर से आउटपुट प्रदर्शित करने के लिए एक एलसीडी/LCD (लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले / Liquid Crystal Display) का उपयोग करता है। LCD कई पतली परतों (Layer) से मिलकर बनती है, जब प्रकाश इन परतो से गुजरता है तो ये प्रकाश का ध्रुवीकरण (Polarization) करती है | एक परत (Layer) का ध्रुवीकरण, जिसमे की लम्बे पतले अणु (long thin molecules) होते है जिसको क्रिस्टल डिस्प्ले (crystal display) कहा जाता है, को पिक्सेल लेवल (Pixel Level) पर नियंत्रित किया जा सकता है जिससे पिक्सेल को हल्का या गहरा बनाया जा सकता है है । एलईडी (LED) प्लाज्मा (Plasma) डिस्प्ले भी एक फ्लैट पैनल तकनीक ही है जो कि आजकल सबसे अधिक इस्तेमाल की जाती है, विशेष रूपसे लैपटॉप में।
चित्र 2.15 - फ्लेट पैनल मोनिटर (Flat Panel Monitor)
CRT मोनिटर की तुलना में फ्लैट पैनल बहुत हल्का होता है । आज जो सबसे अधिक और नवीनतम एलसीडी (LCD) उपयोग की जाती है उसमे थीन फिल्म ट्रांजिस्टर ( Thin Film Transistor/TFT) उपयोग में लिया जाया है एवं हर एक पिक्सेल को नियंत्रित किया जाता है इसलिए पिक्चर क्वालिटी व व्यइंग एंगल बहुत बेहतर हुआ है | LED मॉनीटर्स लाइट एमिटिंग डायोड यूज़ करते है जो मॉनिटर में परफॉरमेंस बूस्टर (प्रदर्शन बढ़ाने वाली) का काम करती है करती है। LED मोनिटर मूल रूपसे LCD मॉनिटर है जिसमे LED backlight लगा हुआ है जो LCD panel को रौशनी व शक्ति प्रदान करता है |
2.4.2 प्रिंटर (Printer) प्रिंट इनफार्मेशन (Information ) को स्थायी पठनीय प्रारूप (Permanent Readable Format) में प्रदान करता है जिसे हम हार्ड कॉपी (Hard Copy) कहते है | आम तौर पर आउटपुट (Output) एक कागज पर छपा (Print) होता है । प्रिंटर आउटपुट की गुणवत्ता (Quality) डीपीआई (Dots Per Inch) में मापी जाती है । प्रिंटर को मोटे तौर पर इम्पैक्ट (Impact) और नॉन इम्पैक्ट (Non-Impact) प्रिंटर में वर्गीकृत किया जा सकता है । ।
2.4.2.1 इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) 2.4.2.1.1 करैक्टर प्रिंटर (Character Printer)
इस प्रकार के प्रिंटर आम तौर पर एक समय में एक करैक्टर (Character) प्रिंट कर सकते है | करैक्टर प्रिंटर के सबसे लोकप्रिय उदाहरण डॉट मैट्रिक्स (Dot Matrix) प्रिंटर और डेजी व्हील (Daisy Wheel) प्रिंटर है | डॉट मैट्रिक्स प्रिंट प्रिंट हेडर ( Print Header) में छोटे छोटे electromagnetically सक्रिय पिन (Pin) होते हैं और साथ में एक इंक (Ink) वाला रिबन (Ribbon) होता है जो इम्पैक्ट से इमेज (Image) बनाता है | ये प्रिंटर आम तौर पर धीमें होते है और शोर भी करते हैं। इन प्रिंटरों का इस्तेमाल बड़े-बड़े व्यापारिक या व्यवसायिक काम-काज में किया जाता है जहां 80 और 132 कॉलम के पेजों पे सतत मुद्रण (continuous printing) की ज़रुरत होती है |
चित्र 2.16 – डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer)
2.4.2.1.2 लाइन प्रिंटर (Line Printer )
लाइन प्रिंटर एक समय में एक पूरी लाइन (Line) प्रिंट करता हैं। परंपरागत रूपसे लाइन प्रिंटर, चैन प्रिंटर (Chain Printer) और ड्रम प्रिंटर (Drum Printer) के रूपमें वर्गिकृत किये जा सकते हैं। इस प्रकार के प्रिंटर में एक प्रिंट हेड (Print Head) का उपयोग होता है जो की बहुत सारी पिनो (Pins ) के विधुत यांत्रिकी (electromechanical mechanism) द्वारा पेपर तथा प्रिंट हेड के मध्य उपस्थित एक रिबन (Ribbon) के बार-बार छूने से वांछित अक्षरों (Characters) को पेपर पर प्रिंट आकार देती है। इसकी गति प्रिंटर के गुणों के अनुसार 200 से 2000 लाइन प्रति मिनट हो सकती हैं ।
2.4.2.2 नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर (Non Impact Printer ) आमतौर पर नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर ज्यादा तेजी से प्रिंट करते है | नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर, इम्पैक्ट प्रिंटर की तुलना में और बिना आवाज़ या कम आवाज़ के साथ काम करते हैं । ये करैक्टर को प्रिंट करने के लिये इम्पैक्ट वाली डिवाइस (Device) का उपयोग नही करते है। कुछ लोकप्रिय नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर नीचे दिए गए है:
2.4.2.2.1 इंक-जेट प्रिंटर (Inkjet Printer)
घर में उपयोग के लिए प्रिंटर का सबसे आम प्रकार (common type) कलर इंक जेट (Color InkJet) प्रिंटर है । ये प्रिंटर, प्रिंट हेड से स्याही (Ink) की छोटी बूंदों के छिड़काव (Spray) के द्वारा पेज की इमेज (Image) का निर्माण करते है रंगीन चित्र (Colored Image) बनाने के लिए प्रिंटर को स्याही (Ink) के कई रंगों (Colors) की जरूरतहोती है। ये प्रिंटर अपेक्षाकृत सस्ता होते हैं, लेकिन प्रिंटर में यूज़ होने वाले कंसुमेबल (Consumable) जैसे प्रिंटर कार्ट्रिज (Printer Catridge) की लागत उन्हें लम्बे समय के उपयोग के हिसाब से महंगा बना देती है ।
चित्र 2.17 इंकजेट प्रिंटर (InkJet Printer)
2.4.2.2.2 लेजर प्रिंटर (Laser Printer )
लेजर प्रिंटर कार्यालय और व्यावसायिक प्रयोजनों (Purpose) के लिए अच्छी क्वालिटी इमेजेज (Images) का उत्पादन करता है | लेजर प्रिंटर में फोटोसेंसेटिव सामग्री के साथ लेपित ड्रम (Coated (photosensitive) Drum) को चार्ज (Charge) किया जाता है, उसके बाद एक लेजर (Laser) या एलईडी (LED) द्वारा ड्रम (Drum) पर इमेज का निर्माण किया जाता है | फिर ड्रम टोनर (Drum Toner) के थ्रू (Through) घूमता है और कागज पर जमा हो जाता है और हीट (Heat) के कारण कागज से जुड़ (Fuse) जाता है।
चित्र 2.18 - लेज़र प्रिंटर (Laser Printer )
ज्यादातर लेज़र प्रिंटर Monochrome (एक रंग : काला) होते हैं | परन्तु अधिक महंगे लेजर प्रिंटर एक से अधिक रंग वाले टोनर कॉर्टेज़ (Toner Catridge) वाले भी होते हैं, जो रंगीन आउटपुट प्रदान करते हैं। लेजर प्रिंटर इंकजेट प्रिंटर की अपेक्षा अधिक तेज होते हैं, इन प्रिंटरों की गति को पेजेज प्रति मिनट (ppm) में मापा जाता है ।
2.4.2.2.3 थर्मल प्रिंटर (Thermal Printer)
यह स्पेशल पेपर पर प्रिंट करने के लिए गर्म तत्वों (heat elements) का उपयोग करता है। इसका सबसे ज़्यादा उपयोग एटीएम (ATM) से निकलने वाली रसीद की छपाई में किया जाता है । हीट संवेदनशील कागज (Heat Sensitive Paper) का प्रयोग किया जाता है । इसकी मुद्रण लागत (printing cost) अधिक है इसलिए केवल पेशेवर कला (Professional Arts ) और डिजाइन (Design) के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।
2.4.3 प्लॉटर (Plotter) प्लॉटर का उपयोग इंजीनियरिंग की उच्च गुणवत्ता वाली कलाकृतियों बिल्डिंग प्लान (Building Plan), सर्किट (Vector graphics), डाइग्राम (Circuit Diagram) आदि को प्रिंट करने के लिए किया जाता है | ये प्रिंटर ग्राफिक्स एवं कलाकृतियों को इंक पेंस (Ink Pens) या इंकजेट (Inkjet) की मदद से प्रिंट करते हैं | यह आमतोर पर ड्रम प्लॉटर (Drum Plotter) और फ्लैट बेड प्लॉटर (Flat Bed Plotter) होते है ।
2.4.4 स्पीकर ( Speaker) यह मल्टीमीडिया (Multimedia ) कंप्यूटर का एक हिस्सा है। स्पीकर ध्वनि विस्तारक (amplifiers) का इस्तेमाल करते है जो कम्पन (vibrate) के द्वारा ध्वनि का निर्माण करते है और ऑडियो आउटपुट (Audio Output) प्रदान करते है
2.4.5 मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर (Multimedia Projector) लोगों की एक बड़ी संख्या के लिए कंप्यूटर आउटपुट प्रदर्शित करने के लिए, मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है । यह व्यापक रूप से मीटिंग्स (Meetings) और कांफ्रेंस (Conference) के दौरान प्रेजेंटेशन दिखाने के लिए उपयोग में लिया जाता है
2.5 इनपुट/आउटपुट डिवाइस (Input/Output Device) कई पेरीफेरल डिवाइस (peripheral devices) में इनपुट और आउटपुट डिवाइस दोनों के रूप में इस्तेमाल किये जाने की क्षमता होती है । कुछ लोकप्रिय इनपुट – आउटपुट डिवाइस निम्न प्रकार से है:
2.5.1 फैक्स मशीन (Fax Machine ):- फैक्स मशीन डॉक्यूमेंट को शून्य और एक की श्रृंखला (जिसे बिट मैप (Bit Map) भी कहते है) में परिवर्तित (Translate) करता है जोकि सामान्य कंप्यूटर डेटा की तरह स्थानांतरित (Transfer) किया जा सकता है 1 जब फैक्स प्राप्त (Receive) प्राप्त होता है तो फैक्स मशीन भेजे गए डेटा को (शून्य और एक) को डॉट्स (Dots) में परिवर्तित करती है और इमेज को है दुबारा प्रिंट करती है। इस प्रकार यह इनपुट और आउटपुट डिवाइस दोनों के रूपमें काम करता हैं।
2.5.2 मल्टीफंक्शन उपकरण (MFD Devices) :- ये एक ही डिवाइस भिन्न भिन्न प्रकार के कार्य कर सकती है जोकि प्रायः अलग अलग पेरीफेरल डिवाइस (Peripheral Device) से होता है । मल्टीफंक्शन डिवाइस निम्न किसी भी कम से कम दो डिवाइस के कॉम्बिनेशन से मिल कर बनता है: प्रिंटर (Printer), स्कैनर (Scanner), कापियर (Copier) । इस तरह के डिवाइस का उदाहरण एक बहुआयामी (multi-functional) प्रिंटर है।
2.5.3 मोडेम (Modem): - यह एक उपकरण है जो टेलीफोन लाइन पर प्राप्त एनालॉग संकेतों (Analog Signals) को डिजिटल सिग्नल (Digital Signals) में परीवर्तित करता है तथा कंप्यूटर के लिए इनपुट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है । इसी तरह यह कंप्यूटर से प्राप्त जानकारी को टेलीफोन लाइनों के द्वारा संचारित (Transmit) करता है |
टच स्क्रीन डिस्प्ले (Touch Screen Display) और डिजिटल कैमरा (Digital Camera) आम Input / Output Devices के कुछ अन्य 3 उदाहरण है।
त्वरित समीक्षा
जॉयस्टिक का क्या उपयोग होता है? किन्ही तीन इनपुट और आउटपुट डिवाईसों के नाम लिखिए। स्कैनर क्या होता है ? इसके कार्य करने के तरीके को संक्षेप में समझाइए।
उपयोगी जानकारी
अगर आपके डिस्क के साथ I/O त्रुटि (Error) हो रही है, दूसरी डिस्क में भी समान त्रुटि (Error) आ रही है, तो आपकी ड्राइव (Drive) के साथ एक समस्या है। अगर आप दूसरी डिस्क को बिना त्रुटि के पढ़ सकते है, तो यह bad या डर्टी (dirtv) डिस्क हो सकती है।
2.6 कंप्यूटर मेमोरी ( Computer Memory) कंप्यूटर मेमोरी मानव मस्तिस्क (Brain) के सामान है । कम्प्यूटर मेमोरी डाटा एवं इनफार्मेशन को स्टोर करता है | कम्प्यूटर मेमोरी एक भंडारण स्थान ( Storage Space) है जहाँ वह डाटा और इनफार्मेशन रखा जाता है जिसको प्रोसेस (Process) किया जाना है। मेमोरी तीन प्रकार की होती है: कैश मेमोरी (Cache Memory), प्राईमरी मेमोरी (Primary Memory) / मुख्य मेमोरी (Main Memory) (Main Memory) और सैकंडरी मेमोरी ( Secondary Memory)।
चित्र 2.19 – कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार (Type of Computer Storage )
2.6.1 कैश मेमोरी ( Cache Memory) कैश मेमोरी (Cache) बहुत ही उच्च गति अर्द्ध कंडक्टर (high speed semi conductor) मेमोरी होती है जो सीपीयू और मुख्य मेमोरी (main memory) की गति बढ़ा देती है। यहाँ डाटा और प्रोग्राम रखा जाता जो सीपीयू (CPU) द्वारा बार-बार इस्तेमाल के उस भाग को किया जाता है। डेटा और प्रोग्रामों के कुछ भाग ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) के द्वारा डिस्क से कैश मेमोरी में स्थानांतरित किए जाते हैं जहाँ सीपीयू उन को एक्सेस (access) कर सकता है । कैश मेमोरी के निम्नलिखित लाभ हैं:
कैश मेमोरी मुख्य मेमोरी से तेज होती है ।
यह मुख्य मेमोरी ( Main Memory ) की तुलना में कम समय (low access time) का उपयोग करती है । यह अस्थायी उपयोग (temporary use) के लिए डेटा स्टोर (Store) करती है। यह ऐसे प्रोग्राम को संग्रहीत ( Store) करती है जो छोटी अवधि (Short Duration) के लिए संग्रहीत किए जा सकते हैं।
कैश मेमोरी की कुछ सीमाएं भी हैं:
कैश मेमोरी की सीमित क्षमता (Limited Capacity) होती है । यह बहुत महंगी (Expensive) होती है।
चित्र 2.20 - कैश मेमोरी (Cache Memory)
2.6.2 प्राइमरी मेमोरी (Main Memory) प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory ) केवल उन डेटा और निर्देश (Instructions ) को जमा ( Store) कर के रखती है जिस पर वर्तमान में कंप्यूटर काम कर रहा है | जब बिजली बंद (power off) हो जाती है तब यह मेमोरी डेटा खो (Data Lost) देती है। आम तौर पर यह मेमोरी अर्धचालक उपकरणों (Semiconductor Devices) से बनी होती है - इसका मतलब सिलिकॉन (Silicon ) आधारित ट्रांजिस्टर (Transistors) से मिलकर बने हुए एकीकृत सर्किट (integrated circuits) । रैम (RAM Random Access Memory) और रोम (ROM Read Only Memory) मुख्य (Main) मेमोरी के दो उदाहरण हैं। रैम (RAM) परिवर्तनशील (Volatile) मेमोरी है । फ्लैश मेमोरी (Flash Memory), रोम (ROM) / प्रोम (Programmable ROM ) / EPROM (Erabsable PROM) नॉनवॉलेटाईल (Non-Volatile) मेमोरी के उदाहरण हैं । डेटा और निर्देश (Instructions ) जो की प्रोसेस करने के लिए आवश्यक हैं, मुख्य मेमोरी में रहते हैं ।
मुख्य (Main) मेमोरी की विशेषताएँ:
यह कंप्यूटर के काम करने वाली मेमोरी (working memory) इसकी गति (Speed) मुख्य मेमोरी से भी तेज होती है। एक कंप्यूटर प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory) के बिना नहीं चल सकता है ।
2.6.2.1 रैंडम एक्सेस मेमोरी ( Rndom Access Memory or RAM) कंप्यूटर के पढ़ने (Read) और लिखने (Write) कि मेमोरी (R/W, Read / Write) को कंप्यूटर मेमोरी कहा जाता है । इसमें उपयोगकर्ता (User) पढ़ने (Reading ) के साथ ही इनफार्मेशन लिख (Write) भी सकते हैं । रैम (RAM) में किसी भी स्थान का पता (Location) निर्दिष्ट करने के बाद उस स्थान तक पहुंचा जा सकता है । RAM को "Random Access" माना जाता है क्योंकि इससे हम किसी भी मेमोरी सेल (Memory Cell) को सीधा access कर सकते है अगर हमे उस मेमोरी सेल का एड्रेस (Address) पता हो | स्टोरेज सेल (Storage Cell) जो कि बहुत सारे ट्रांजिस्टर (Transistor) से मिलकर बने होते हैं, के अंदर डेटा को स्टोर रख सकते हैं। RAM के दो प्रकार के होते हैं:
डायनामिक रैम (DRAM) स्टेटिक रैम (SRAM)
DRAM से SRAM इस प्रकार से भिन्न है कि वह समय-समय पर रिफ्ररेश (Refresh) होती रहती है | SRAM, DRAM से तेज होती है और SRAM की लागत (cost) भी ज़्यादा होती है। SRAM सामान्यत: सीपीयू कैश (CPU Cache) के लिए उपयोग होती है और DRAM कम्प्यूटर की मुख्य मेमोरी के लिए उपयोग में होती है। RAM के कुछ अन्य प्रकार है:
EDO (Extended Data Output) RAM: EDO RAMs में किसी भी मेमोरी स्थान (location) तक पहुँचा जा सकता है। यह 256 इनफार्मेशन बाइट्स latches में स्टोर करता है ।SDRAM (Synchronous DRAMs): ये रैम चिप्स (RAM Chips) उसी clock rate का उपयोग करती हैं जो सीपीयू (CPU) करता है।DDR-SDRAM (Double Data Rate- SDRAM): यह रैम डेटा का स्थानान्तरण (Transmission), घड़ी (Clock) के दोनों किनारों (on both edges of the clock) पर करता है।
2.6.2.2 रीड ओनली मेमोरी (Read Only Memory or ROM) यह नॉन-वॉलेटाईल (non-volatile) मेमोरी होती है, यह बिजली के चले जाने (power off) के बाद भी जानकारी और डेटा को संग्रहित (Store) करके रखती है । यह इनफार्मेशन के स्थायी भंडारण (permanent storage) के लिए प्रयोग की जाती है । ROM पर स्टोर्ड इनफार्मेशन (Stored Information) को परिवर्तित (Alter) नहीं किया जा सकता है। इस मेमोरी में जो भी संग्रहीत किया जाता है, वह हमेशा के लिए तय (Fixed) होता है, अर्थात उसे बदला नहीं जा सकता।
चित्र: 2.21 रोम (ROM )
ROMs के प्रकार निम्नलिखित है:
PROM (Programmable Read Only Memory) :
इसके content यूजर द्वारा निश्चित किया जाता है । उपयोगकर्ता स्थायी प्रोग्रामों को स्टोर कर सकते हैं । डेटा प्रोम प्रोग्रामों का उपयोग कर इसमें भेजा जाता है।
EPROM (Erasable PROM ):
EPROM पर संग्रहीत इनफार्मेशन को 15 मिनट के लिए यूवी किरणों (ultraviolet rays) के सामने उजागर करके मिटाया जा सकता है । ईस प्रोसेस के द्वारा स्टोर्ड इनफार्मेशन के किसी एक हिस्से को मिटाना संभव नहीं है बल्कि पूरा कंटेंट ही मिटाया जा सकता है | EPROM सस्ती एवं विश्वसनीय है।
फ्लेश मेमोरी ( Flash Memory):
यह मेमोरी एक विद्युतीय प्रभाव द्वारा मिटाने एवं प्रोग्राम करने योग्य स्थायी (Permanent) प्रकार की मेमोरी है। यह मेमोरी एक ट्रांजिस्टर मेमोरी का उपयोग करती है, जिसके परिणाम स्वरूप यह सबसे उच्च पैकिंग घनत्व (Density), कम बिजली की खपत, कम लागत और उच्च विश्वसनीयता (High Reliability) वाली मेमोरी है। इसका प्रयोग डिजिटल कैमरा, MP3 प्लेयर में किया जाता है।
2.6.3 सेकेंडरी मैमोरी (Secondary Memory) मेमोरी या नॉन-वोलेटाइल (NonSecondary Memory को External की Volatile) मेमोरी के रूपमें भी जाना जाता है। यह मुख्य मेमोरी (Main Memory) तुलना में धीमी होती है। इसका प्रयोग स्थायी रूपसे डेटा और इनफार्मेशन के भंडारण (Storage) के लिए किया जाता है | CPU सीधे इन मेमोरी का उपयोग नहीं करता है, बल्कि वह इनपुट, आउटपुट routines द्वारा मेमोरी को एक्सेस (Access) करता है । सेकण्डरी मेमोरी के कंटेंट पहले (Content) मेमोरी में स्थानांतरित ( Transferred) मुख्य होती है, और इसके बाद सीपीयू (CPU) उसका उपयोग कर सकता है।
चित्र : 2.22 सेकेंडरी मैमोरी (DVD) (Secondary Memory)
सेकेंडरी मैमोरी की विशेषताएं:
ये ऑप्टिकल (Optical) और मेग्नेटिक (Magnetic) मेमोरी होती हैं । (बैकअप (Backup) मेमोरी के रूपउपयोग होती है बिजली बंद (power off) होने बाद भी डेटा स्थायी से संग्रहीत रहता है - (Non-Volatile Memory)| (Permanent ) रूप प्राइमरी मेमोरी की तुलना में धीमी ( Slow Access ) होती है। बड़े और भारी-भरकम डेटा (Large and voluminous data) कम लागत में संग्रहित किए जा सकते हैं, जैसे Hard Disk |
चित्र : 2.23 सेकेंडरी मेमोरी के प्रकार (Type of Secondary Memory )
2.6.3.1 हार्ड डिस्क, हार्ड डिस्क ड्राईव ( Hard Disk, Hard Disk Drive) यह एक डेटा भंडारण (Data Storage) डिवाइस है, जिसका उपयोग कर डेटा भंडारण या डिजिटल इनफार्मेशन retrieve करने के लिए किया जाता है | इसे एक या एक से ज़्यादा तेजी से घुमती हुई डिस्क ( Fast Rotating disks) जो की चुंबकीय (Magnetic) सामग्री से लेपित (Coated) होती है के द्वारा किया जाता है । प्लेटर्स (platters) की सतह पर जानकारी और पढ़ने ( Read) (Information) को लिखने (Write) के लिए प्लेटर्स को चुंबकीय हेड्स (Magnetic Hands) के साथ रखा जाता है, जो एक चलती आर्म (Moving Arm) पर व्यवस्थित होता है। डेटा रैंडम एक्सेस ढंग से प्राप्त किया जा सकता है इसका मतलब है कि डेटा को किसी भी क्रम में प्राप्त (Access) किया जा सकता है । बिजली बंद (power off) होने पर भी HDD अपने डेटा को बरकरार रखता है।
चित्र 2.24 - हार्ड डिस्क (Hard Disk)
HDD की प्रमुख विशेषता उसकी क्षमता (Capacity) और प्रदर्शन ( Performance ) है | एक टेराबाइट (Terabyte or TB) डिस्क ड्राइव 1000 गीगाबाइट (Gigabyte or GB) की होती है, जहां 1 GB = 1 अरब बाइट्स (Bilion Bytes) की क्षमता होती है । डिस्क ड्राइव की परफॉरमेंस ( Performance ) कितने समय में कितना डाटा retrieve किया गया उसके अनुसार मापी जाती है, जैसे data rate | ।
2.6.3.2 ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk) सभी ऑप्टिकल डिस्क वृत्ताकार थाली (circular shaped platters) के आकार होती हैं। ये अलग अलग आकार और भंडारण क्षमता में आती हैं। सबसे लोकप्रिय ऑप्टिकल डिस्क हैं (WORM (CD-R), CD-RW, DVD और ब्लू-रे डिस्क ।
चित्र 2.25 – ऑप्टिकल डिस्क की तुलना (Comparison of Optical Disk )
2.6.3.3 WORM डिस्क / सीडी रिकॉर्डेबल डिस्क (Worm Disk/CD Recordable Disc ) WORM का मतलब Write Once Read Many या कॉम्पैक्ट डिस्क रिकॉर्डेबल (Compact Disk - Recordable or CD-R) है। सीडी रिकॉर्डिंग ड्राइव (CD Recording Drive) में माध्यम से WORM Disk / CD-R Disks में हम एक बार ही डाटा को स्टोर कर सकते है । इन डिस्क में डेटा को पढ़ने के लिए लेजर बीम (Laser Beam) तथा डिस्क की सतह (Surface) पर गड्ढे (Pits) बना कर लिखा जाता है।
2.6.3.4 कॉम्पैक्ट डिस्क - रीड / राईट ( Compact Disc-Read Write or CD-RW) यह WORM डिस्क के समान है लेकिन आप इसमें सूचनाए कई बार मिटा (Erase) और लिख (Write) सकते है।
2.6.3.5 डिजिटल वर्सटाइल डिस्क (Digital Versatile Disc or DVD) यह एक ऑप्टिकल स्टोरेज डिवाइस (Optical Storage Device) है जोकि सीडी (CD) जैसी दिखाई देती है लकिन इन की भंडारण क्षमता (Storage Capacity) 4.7 GB 8.5 GB होती हैं। डीवीडी (DVD) को एकल परत डिस्क (Single Layer Disc) या डबल परत डिस्क (Double Layer Disk) के रूपमें वर्गीकृत किया जा सकता है। यह अधिकतर उच्च गुणवत्ता वाली फिल्मों (Films) और ऑडियो (Audio) फाइलों के भंडारण ) (Storage) के लिए प्रयोग किया जाता है । -
2.6.3.6 ब्लू रे डिस्क (Blu-Ray Disc) यह भविष्य में मौजूदा डीवीडी (DVD) की जगह की जगह ले (Replace) सकती है। ये डिस्क भी अतिरिक्त क्षमता उच्च घनत्व (High Density) डेटा स्टोर करने के साथ रिकॉर्डिंग के लिए लेजर बीम (Laser Beam) का उपयोग करती हैं। इसकी भंडारण क्षमता 50 GB से 500 GB है।
उपयोगी जानकारी
पीसी (PC) पर उपलब्ध हार्ड ड्राइव स्पेस (Hard Drive Space) कैसे पता लगाओगे?
कंप्यूटर आइकन खोलें या शॉर्टकट Windows कुंजी + E दबाए। कम्प्यूटर में एक ड्राइव पर छोटा सा प्रतिशत पट्टी (Percentage Bar) के रूपमें आपके द्वारा कितना डिस्क स्पेस (Disk Space) उपयोग किया जा रहा है तथा कितना फ्री है का विवरण और कुल डिस्क स्पेस के साथ देखेंगे । आपको अतिरिक्त जानकारी की जरूरत है, डिस्क ड्राइव को राइटक्लिक करें और प्रॉपर्टीज (Properties) पर क्लिक करें.
2.6.3.7 पेन ड्राइव / फ्लैश मेमोरी (Pen Drive/ Flash Memory) यह एक छोटा सा पोर्टेबल डिवाइस (Portable Device) जो यूएसबी पोर्ट (USB Port) के माध्यम से एक कंप्यूटर से जुड़ा जा सकता है। यहां तक कि जब यह कंप्यूटर से जुड़ा नहीं होता (Not Connected ) तब भी डेटा को संग्र हित रख सकता हैं। यह आसानी से डिसकनेक्ट (Disconnect) हो जाता है और सुरक्षित रूपसे कहीं भी ले जा सकते है।
2.6.3.8 स्मार्ट मीडिया कार्ड (Smart Media Card) यह इन दिनों डिजिटल कैमरे में इस्तेमाल में सबसे लोकप्रिय है और एक पोर्टेबल क्रेडिट कार्ड (Portable Credit Card) की तरह है।
2.6.3.9 सिक्योर डिजिटल कार्ड (Secure Digital Card or SD Card) यह दूसरी पीढ़ी मल्टीमीडिया कार्ड ( 2nd Generation Multimedia Card) हैं। इसमे डेटा को लॉक (Lock) और रक्षा (Protect) करने की क्षमता है। इसके दो संस्करण (variants) है:
मिनी एसडी (MiniSD) कार्ड : यह स्मार्ट फोन में डेटा भंडारण की आवश्यकता को पूरा करता है ।
माइक्रोएसडी कार्ड (MicroSD Card): यह MiniSD मेमोरी कार्ड से छोटा होता है तथा उसकी सभी विशेषताएं उसमें उपलब्ध होती है
त्वरित समीक्षा
कंप्यूटर मेमोरी क्या है? RAM और ROM के बीच का अंतर बताओ। सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory) क्या है ? CD ROM कैसे कार्य करता है?
2.7 विंडोज़ 10 में कंप्यूटर सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन की जांच करना (Checking Computer System Configuration) विंडोज 10 पर आप अपने कंप्यूटर सिस्टम की जानकारी जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम, प्रोसेसर (Processor) विवरण, रैम और अन्य विशिष्टताओं (Specifications) को कई तरीकों से देख सकते हैं ।
2.7.1 सेटिंग का उपयोग करना (Using Setting ) अपने कंप्यूटर की मूल प्रणाली जानकारी (Basic System Information) देखने के लिए सेटिंग्स (Settings) पर (System) मे अबाउट (About ) पर क्लिक करें ।
चित्र 2.26 -सिस्टम सूचना सेटिंग (System Information Setting App)
इस सेटिंग पेज (Setting Page) में, आपको विंडोज 10 का सटीक संस्करण (Exact Version) और बिल्ड (Build) संख्या मिल जाएगी, जो हर बार माइक्रोसॉफ्ट द्वारा एक क्यूमुलेटीव अपडेट (Cumulative Update) या सुविधा अपडेट (Feature Update) (जैसे विंडोज़ 10 वीं वर्षगांठ अपडेट ) जारी करते ही परिवर्तित हो जाएगी । आप अपने सिस्टम पर सिस्टम का प्रकार (system type), सटीक प्रोसेसर ( exact processor) और मेमोरी भी देख सकते हैं ।
उपयोगी टिप्स
इसी तरह की जानकारी Control > System पर मिल सकती है
2.7.2 सिस्टम सूचना का उपयोग करना (Using System Information ) सिस्टम इनफार्मेशन (System Information) सबसे अच्छे टूल्स (Tools) में से एक है, जिसका उपयोग आपके कंप्यूटर की संपूर्ण प्रणाली विशिष्टताओं (System Specification) को देखने के लिए किया जा सकता है। System Information खोलने के लिए, निम्न करें:
1. Start Menu खोलें
2. msinfo32 या “System Information" खोजें और Enter दबाएं
चित्र 2.27 सिस्टम विशिष्टता देखे (Viewing System Specification)
सिस्टम की जानकारी आपके पूरे सिस्टम विवरण (System Specifications) के साथ एक रिपोर्ट के रूपमें संग्रहित (Store) की जा सकती है। यह तब उपयोगी हो सकता हैं जब आपका हार्डवेयर कार्यकरना बंद कर दे ताकि आप जान सकें कि आपके कंप्यूटर के अंदर क्या है । एक रिपोर्ट बनाने के लिए, निम्नलिखित कार्य करें:
System Information खोलें | वह जानकारी चुनें, जिसे आप निर्यात (Export) करना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप सिस्टम समरी ( System Summary) का चयन करते हैं. तो आप जानकारी के हर हिस्से को निर्यात (Export) कर रहे होंगे । हालांकि, यदि आप केवल अपने कंप्यूटर के ग्राफ़िक कार्ड विवरणों (Graphics Card Detail) को निर्यात करना चाहते हैं, तो आप केवल Display का चयन कर सकते हैं। , File पर क्लिक करें Export पर क्लिक करें फ़ाइल को सेव करने के लिए स्थान (location) को ब्राउज़ ( Browse) करें। एक वर्णनात्मक नाम (Descriptive Name) दर्ज करें और कार्य को पूरा करने के लिए Save पर क्लिक करें ।
चित्र 2.28 - पूर्ण सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन देखें (Viewing Complete System Specification)
रिपोर्ट (Report) एक टेक्स्ट एक टेक्स्ट फ़ाइल (Text File) में उपलब्ध होती है जिसे आप किसी भी टेक्स्ट व्यूअर (Text Viewer) के साथ खोल सकते हैं, यहां तक कि आपके स्मार्टफोन पर भी ।
2.7.3 कमांड प्रॉम्प्ट का उपयोग करना (Using Command Prompt) आप निम्न चरणों (steps) का पालन कर सकते हैं:
Start Menu खोलें और Command Prompt की खोज करें । Command Prompt पर राइट-क्लिक (Right Click) करें और एडमिनिस्ट्रेटर (Administrator) के रूपमें रन चुनें । SystemInfo कमांड टाइप करें और Enter दबाएं |
चित्र 2.29- सिस्टम्स स्पेसिफिकेशन - कमांड प्रॉम्प्ट के उपयोग द्वारा (System Specification Using Command Prompt )
एक बार जब आप ऊपर दी गयी कमांड (Command) रन करते है तो आपको हार्डवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी (detailed configuration) मिलेगी, जिसमें विंडोज (Windows) और उसके अपडेट (Update) की जानकारी, मेमोरी और नेटवर्क एडेप्टर (Network Adopter) का विवरण, और अन्य जानकारी शामिल होंगी।
उपयोगी टिप्स
इस यूटिलिटी (utility) को रन कराने में अतिरिक्त सहायता के लिए आप systeminfo/? कमांड का प्रयोग कर सकते हैं।
त्वरित समीक्षा
सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन (Configuration) लिए विभिन्न तकनीकें (Technique) कौनसी हैं?
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1 डेज़ी व्हील प्रिंटर (Daisy Wheel Printer) का एक प्रकार है:
मैट्रिक्स प्रिंटर (Matrix Printer) इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) लेजर प्रिंटर (Laser Printer) मैनुअल (Manual)
प्रश्न 2 निम्न में से कौन सी मेमोरी प्रति सेकंड कई बार रिफ्रेश (Refresh) होती है ?
स्टेटिक रैम (Static RAM) डायनामिक रैम (Dynamic RAM) ईपीरोम (EPROM) रोम (ROM)
प्रश्न 3 रैम से अधिकाधिक प्रयोग में ली जाने वाली जानकारी को संग्रहीत करने के लिए कौन सी Memory का उपयोग किया जाता है?
कैश मेमोरी (Cache Memory) मेन मेमोरी (Main Memory) रजिस्टर (Register) रोम (ROM)
पश्न 4 एक ऑप्टिकल इनपुट डिवाइस जो कागज पर पेंसिल द्वारा लिखी जानकारी स्कैन और पढ़ता है:
ओमआर पंच कार्ड रीडर चुंबकीय टेप ऑप्टिकल स्कैनर
पश्न 5 निम्न में से कौनसी मेमोरी अस्थिर (Volatile) प्रकृति की है?
रैम (RAM) रोम (ROM) प्रोम (PROM) ईपीरोम (EPROM)
पश्न 6 कंप्यूटर के साथ संयोजन (Conjunction) में प्रयुक्त कौन सा प्रिंटर टोनर (Dry Ink Powder) का उपयोग करता है?
डेज़ी व्हील प्रिंटर (Daisy Wheel Printer) लाइन प्रिंटर Printer) लेजर प्रिंटर (Laser Printer) थर्मल प्रिंटर (Thermal (Line Printer)
प्रश्न 7 आपके कंप्यूटर के कॉन्फ़िगरेशन से क्या मतलब है?
प्रोसेसर विनिर्देश (CPU Specification) मेमोरी (RAM) क्षमता हार्ड डिस्क (HDD) Specification उपरोक्त सभी
प्रश्न 8 डीपीआई (DPI) का विस्तृत रूप(Complete Form) है?
डॉट प्रति इंच (Dots per Inches) डॉट प्रति वर्ग इंच (Dots per Square Inches) प्रति यूनिट समय मुद्रित डॉट्स (Dots Printed per unit time) उपरोक्त सभी (All of the above)